पंचायत सहायक महा ट्विटर अभियान 11 फरवरी 2023 ,panchayat sahayak twitar abhiyan 11 february 2023

पंचायत सहायक महा ट्विटर अभियान 11 फरवरी 2023 | panchayat sahayak twitar abhiyan 11 february 2023

टॉपिक-

  • क्या है पंचायत सहायक महा ट्विटर अभियान ?
  • पंचायत सहायक ट्विटर अभियान चलाने के कारण ?
  • कौन हैं पंचायत सहायक ?
  • पंचायत सहायक की नियुक्ति की प्रक्रिया 
  • पंचायत सहायकों से होने वाले लाभ 


पंचायत सहायकों का यह दूसरा ट्विटर अभियान है. उत्तर प्रदेश के 58189 पंचायत सहायकों / एकाउंटेंट-कम-डाटा एंट्री ऑपरेटर ने 11 फरवरी 2023 को महा ट्विटर अभियान चलाने का फैसला लिया है जिसके माध्यम से प्रदेश के सभी पंचायत सहायक ट्विटर पर सुबह के 9 बजे से रीट्वीट करना प्रारंभ कर देंगे / जैसा कि 15 जनवरी को किया था जिसके कारण पंचायत सहायक ट्विटर अभियान 6 वें स्थान पर था , कुछ इसी प्रकार से 11 फरवरी को होने वाला है /

पंचायत सहायक महाट्विटर अभियान चलने से सबसे बड़े कारण 

पंचायत सहायकों / एकाउंटेंट-कम-डाटा एंट्री ऑपरेटर के इस अभियान को चलाने के बहुत से कारण हैं जिनको हम step-by-step बताएँगे (पंचायत सहायक ट्विटर अभियान चलाने के कारण)

  • सबसे पहला और बड़ा कारण सरकार का ध्यान अपनी ओर करना जिससे सरकार को पंचायत सहायकों की वास्तविक स्थिति का पता लग सके, जिस उम्मीद से सरकार ने पंचायत सहायकों / एकाउंटेंट-कम-डाटा एंट्री ऑपरेटर  की नियुक्ति की थी आज उनकी वास्तविक स्थिति क्या है/ और वो अपना जीवन यापन  मात्र 6000 रुपये में कैसे करेंगे जोकि एक मजदूर की एक दिन की मजदूरी से भी कम है/ तो क्या फायदा एक छात्र के अव्वल होने का /
  • दूसरा सबसे बड़ा कारण पंचायत सहायकों का  ग्राम प्रधान और सचिव द्वारा किया जाने वाला शोषण ,यह बात बिलकुल सत्य है कि प्रधान और सचिव द्वारा पंचायत सहायकों को उनके मानदेय की छोटी सी धनराशि जोकि मात्र 6000 रुपये है का भुगतान भी समय से नहीं किया जाता है, मात्र 6000 रुपये के लिए पंचायत सहायकों / एकाउंटेंट-कम-डाटा एंट्री ऑपरेटर को 5 से 7 महीनों तक इंतज़ार करना पड़ता है,और मानदेय के बारे में प्रदान और सचिव से कहने पर उनको निकालने की धमकियां दी जाती हैं/ 
  • तीसरा सबसे बड़ा कारण यह है कि सरकार पंचायत सहायकों / एकाउंटेंट-कम-डाटा एंट्री ऑपरेटरों की कार्य प्रणाली तय करे कि कौन से कार्य पंचायत सहायक करेंगे जिससे उनको उनके वास्तविक कार्य का पता लग सके कि आखिर सचिवालय में बैठकर उनको कौन से कार्य करने हैं , जिससे कि प्रधान और सचिव पंचायत सहायकों से जबदस्ती किसी व्यक्तिगत,अनुऔचित्य,गलत,घोटाले जैसे कार्य के लिए दवाब न डाल  सकें, और पंचायत सहायकों को उनके वास्तविक कार्य को करने से न रोक सकें , पिछले एक वर्ष में उन्होंने बहुत कुछ झेला है नतीजा यह रहा कि पंचायत सहायकों द्वारा किसी व्यक्तिगत,अनुऔचित्य गलत और घोटाले जैसे  कार्य करने से माना करने पर  आये दिन जगह-जगह से पंचायत सहायकों के इस्तीफे की खबर अख़बारों में छपती रहीं और कई जगहों से पंचायत सहायकों को जान से मारने की धमकियों की खबरें सामने आयीं, जिसके डर से भी बहुत से पंचायत सहायकों से स्वयं इस्तीफ़ा दे दिया | बस इसी तरह पंचायत सहायकों अनुबंध तले इनका यह शोषण  वर्ष 2022 में झेलते रहे /
  • चौथा सबसे बड़ा कारण अनुबंध को समाप्त कर राज्य कर्मचारी घोषित किया जाये या पंचायत सहायकों के मानदेय की व्यवस्था को सचिव और प्रधान से चंगुल से हटाकर सीधा DPRO ऑफिस से डालने की व्यवस्था की जाये /
  • पांचवा पंचायती राज विभाग द्वारा दिया जाने वाला प्रशिक्षण की समय-समय पर समीक्षा की जाये, क्योंकि बहुत से पंचायत आज भी इस स्तिथि स गुजर रहे हैं जिनको e gram swaraj, e district और पंचायाती राज जैसी वेबसाइट पर काम करना तक नहीं आता है इसका एक मात्र कारण है ब्लॉक स्तर पर दिया जाने वाला अल्प / असंतुष्ट प्रशिक्षण / 

कौन हैं पंचायत सहायक 

पंचायत सहायक किसी भी गाँव को विकास खंड से जोड़ने वाली एक कड़ी है अर्थात ग्राम पंचायत के कार्यों को निर्वहन करने के लिए सरकारी कर्मचारी है, ग्राम प्रधान और सचिव की सहायता से इनकी नियुक्ति राज्य सरकार द्वारा की जाती है, जिसकी सहयता से गाँव के किसी भी व्यक्ति को किसी भी ऑनलाइन कार्य को कराने के लिए अपने गाँव से बाहर नहीं जाना पड़ेगा, क्योंकि उत्तर प्रदेश सरकार ने उत्तर प्रदेश के सभी ग्रामों में सचिवालय का निर्माण कराया है और उसी ग्राम पंचायत के होनहार अव्वल छात्र की सचिवालय हेतु नियुक्ति की है, जिसके द्वारा सचिवालय का संचालन किया जाना है, सचिवालय का संचालन करता व् कर्मचारी ही पंचायत सहायक है, अगर गाँव के किसी भी व्यक्ति के को कोई ऑनलाइन कार्य कराना है तो वह अपने ग्राम में बने सचिवालय जाकर पंचायत सहायक से अपना कार्य करा सकता है

पंचायत सहायक की नियुक्ति की प्रक्रिया 

पंचायत सहायक की नियुक्ति ग्राम प्रधान व् सचिव की अध्यक्षता में और ग्राम सभा के सभी सदश्यों की निगरानी में हुआ जिस जाति का ग्राम प्रधान है उसी जाति से  पंचायतसहायक की नियुक्ति हुयी है नियुक्ति के लिए आये सभी आवेदनों में सबसे उच्च अंक वाले छात्र का ही चयन हुआ, मैरिट अंक high school और intermediate के अंकों के औसत के आधार पर पर तय किये गए

पंचायत सहायक से होने वाले लाभ 


  • पंचायत के लोगो को किसी भी ऑनलाइन कार्य कराने के लिए गाँव से बाहर नहीं जाना पड़ेगा सभी कार्य सचिवालय पर कराये जा सकेंगे अब कहीं भी किसी अधिकारी के चक्कर लगाने की आवश्यकता नही है रोज-रोज काम के लिए बाजार जाने की आवश्यकता नही है/
  • ऑनलाइन कार्य जैसे -आय प्रमाण पत्र, जाति प्रमाण, मूल निवास प्रमाण पात्र, जन्म प्रमाण पात्र, म्रत्यु प्रमाण पात्र, वृद्धापेंशन, विधवा पेंशन, विकंलाग पेंशन आदि कार्य सचिवालय पर पंचायत सहायक द्वारा ही कराया जाना संभव है/
  • सभी गाँव डिजिटलीकरण की ओर अग्रसर होंगे/
  • किसी भी नयी योजना की जानकारी ग्राम वासियों को आसानी से प्राप्त की जयेगी/
  • ग्राम पंचायत में किसी कार्य को लेकर कम्प्लेंट सचिवालय पर ही दर्ज की जाएगी/
  • ग्राम पंचायत स्तर पर आने वाली योजनाओं के लाभार्थी का पात्रता विवरण पंचायत सहायक द्वारा ही लिया जायेगा, व सर्वे भी कराया जायेगा/
  • ग्राम पंचायत में होने वाले किसी कार्य की geo tagging पंचायत सहायक द्वारा ही की जाएगी/
  •  ग्राम पंचायत के सभी सरकारी निकायों का विवरण रखने का कार्य पंचायत सहायक के पास उपलब्ध रहेगा, जैसे- APL/BPL कार्ड ,हैण्ड पंप, पेंशनर, विकलांग, आदि/

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